नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों स्वागत है आपका आज हम एक संगठन के बारे में बात करने वाले हैं जो कि महिलाओं द्वारा बनाया होता है और महिलाओं का ही होता है
जिसका नाम है स्वयं सहायता समूह, सेल्फ हेल्प ग्रुप, Self Help Group, Swamy Sahayata Samuh
आज हम इसके बारे में और गहराई से जानेंगे और मैं आपको सारी जानकारी इसके बारे में बताने वाला हूं
स्वयं सहायता समूह महिलाओं का एक संगठन होता है जिसे 10 या 10 से ज्यादा महिलाओं द्वारा बनाया जाता है जिसमें 10 महिलाएं होती हैं दोस्तों आपकी ग्राम पंचायत में जितने भी सरकारी काम आते हैं वह इसी समूह यानी समय सहायता समूह के माध्यम से किए जाते हैं और लाए जाते हैं और आप अपने गांव में एक से अधिक सेल्फ हेल्प ग्रुप बना सकते हैं और इन सारे समूहों का एक जॉइंट खाता आपकी नजदीकी बैंक या शाखा में खोला जाता है जिसमें सरकार द्वारा पैसा भेजा जाता है और यह समूह प्रत्येक गांव में बनाए जा रहे हैं
स्वयं सहायता समूह के लिए पात्रता Swamy Sahayata Samuh Eligibility
तो मित्रों आइए अब हम स्वयं सहायता समूह के लिए पात्रता जान लेते हैं कि स्वयं सहायता समूह के लिए पात्रता क्या है
- एक समूह में 10 महिलाएं होनी आवश्यक है
- महिलाएं जितनी भी है गांव की होनी जरूरी है
- इन 10 महिलाओं में से 3 महिलाओं का दसवीं पास होना जरूरी है
- वह तीन महिलाएं जो दसवीं पास है वह अध्यक्ष उपाध्यक्ष और सचिव पद पर कार्य करेंगे
- अन्य महिलाओं के लिए दूसरा काम निर्धारित किया जाता है
- सभी महिलाओं के आधार कार्ड होना आवश्यक है
- सभी महिलाओं के पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक खाता होना आवश्यक है
स्वयं सहायता समूह सदस्य बनने के मुख्य बिंदु
- समूह में गरीब महिलाओ को शामिल किया जाता है
- समूह में शामिल होने वाली महिलाओं की उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- समूह के सदस्यों द्वारा प्रत्येक माह राशि जमा करवाई जाती है जिसके लिए ऐसे सदस्य का होना जरूरी है जो कि मासिक अंशमान कर सकें
समूह की नियमित बैंक
- सदस्यों को जमा हेतु सप्ताहिक बचत राशि निर्धारित करना
- सप्ताहिक बैठक के लिए समय करना
- सप्ताहिक बैठक कहां आयोजित होगी उसके लिए स्थान चुनाव करना
- पंच सूत्र के बारे में समूह सदस्यों को बताना
Self help group Bank linkage programme
1) गरीबों में बचत करने की क्षमता होती है।
2) गरीबों को बैंक के द्वारा सुविधा दी जा सकती है।
3) गैर सरकारी संस्था एक सहयोगी के रूप में कार्य करता है।
4) समूह को बिंक से कर्ज मिल सकता है।
5) कर्ज सम्बन्धी निर्णय समूह के अपने नियम के अनुसार हो सकता है।
6) समूहों में सामान्य गति से उन्नति की प्रवृति रहती है।
7) समूह को आकस्मिक स्थिति में भी हमेशा कर्ज प्राप्त होती रहती है
स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकेज कार्यक्रम के लाभ
- बड़े स्तर पर छोटी बचत का होना
- गरीबों को व्यापार में विस्तार करने का अवसर
- और भी बहुत से लोग हैं जो आपको बैठक में बताए जाते हैं
स्वयं सहायता समूह के लिए
- गरीब लोगों के बीच विकास करने का माध्यम
- महिलाओं का सशक्तिकरण करना
- स्वतंत्रता समानता आत्मनिर्भरता
- आपके क्षेत्र में जरूरी आपातकालीन उपयोग कार्य हेतु कर्ज की उपलब्धता
स्वयं सहायता समूह के लिए कार्य
- गांव की आंगनबाड़ी से सरकार जो अन्न भेजती है उसका वितरण
- बैंकिंग कॉरस्पॉडिंग का चयन
- महिला की भर्ती
- ग्राम पंचायत सफाई कर्मी भर्ती
- ग्राम पंचायत पर सफाई कर्मी द्वारा सफाई कार्य करवाना
Thank You